यशस्वी ने दिया मैसेज, अब तुम्हारा समय है भाई
त्रिपुरा के खिलाफ रणजी डेब्यू करना ना सिर्फ तेजस्वी, बल्कि उनके छोटे भाई यशस्वी जायसवाल के लिए भी भावुक पल था। यशस्वी इस समय बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया में हैं। यशस्वी ने सोशल मीडिया पर एक मैसेज करते हुए लिखा, तूने सबके लिए किया। अपने सपने को छोडा़, बहुत त्याग किया, अब तुम्हारा समय है भाई। इसका आनंद उठाओ। 17 साल की उम्र में छोड़ दिया क्रिकेट
उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले यशस्वी और तेजस्वी क्रिकेटर बनने का सपना लेकर मुंबई पहुंचे थे। यहां दोनों भाइयों ने क्रिकेट खेलना शुरू किया। दोनों मुंबई के आजाद मैदान में एक साथ टेंट में भी रहे, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण दोनों में से कोई एक ही
क्रिकेट खेल सकता था। ऐसे में तेजस्वी ने त्याग किया और 17 साल की उम्र में मुंबई छोड़कर नौकरी करने के लिए दिल्ली आ गए।
खर्च के लिए भेजते थे पैसे
तेजस्वी ने साउथ दिल्ली में अपने एक रिश्तेदार की बिजली की दुकान पर सेल्समैन का काम करना शुरू कर दिया। वह ना सिर्फ यशस्वी के खर्च के लिए पैसा भेजते थे, बल्कि उन्होंने अपनी दो बहनों की शादी भी की। उन्होंने कहा कि मैं भी क्रिकेट खेलना चाहता था लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। यशस्वी अच्छा खेल रहा था, इस कारण 2013 के आखिर में मैं मुंबई से दिल्ली आ गया। आईपीएल से बदल गई जिदंगी
तेजस्वी ने कहा कि 2020 में जब यशस्वी को आईपीएल अनुबंध मिला, उसके बाद से हमारी जिंदगी बदल गई। इसके बाद मैंने भी एक बार फिर क्रिकेट खेलने का फैसला किया। यशस्वी को आईपीएल में पहली बार राजस्थान रॉयल्स ने 2.40 करोड़ रुपए में खरीदा था।
मेघालय के खिलाफ किया पदार्पण
तेजस्वी जायसवाल ऑलराउंड हैं और उन्होंंने रणजी में मेघालय के खिलाफ डेब्यू किया था लेकिन वह 13 रन ही बना सके थे। उन्होंने बड़ौदा के खिलाफ पिछले मैच में 82 रन ठोके और अपना पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने अब तक तीन रणजी मैच खेले हैं।