एशेज सीरीज के इतिहास में 43 साल में यह पहली बार है जब पहले मैच की मेजबानी ब्रिस्बेन की जगह पर्थ करेगा। यह मुक़ाबला 21 से 25 नवंबर के बीच खेला जाएगा। इंग्लैंड का पर्थ में रिकॉर्ड बेहद खराब है। टीम इस वेन्यू पर पिछले 46 साल से कोई भी मुक़ाबला नहीं जीत पाई है। इंग्लैंड ने पहली और आखिरी बार 1978 में यहां मैच जीता था।
सीरीज का दूसरा मुक़ाबला 4 से 8 दिसंबर के बीच गाबा में खेला जाएगा। यह डे-नाइट टेस्ट मैच होगा। इसके बाद दोनों टीमों को करीब 9 दिन का रेस्ट मिलेगा। इसके बाद तीसरा टेस्ट मैच एडिलेड में 17 से 21 दिसंबर के बीच खेला जाएगा। और फिर बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 26 से 30 दिसंबर के बीच होगा। यह मुक़ाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला जाएगा। वहीं, सीरीज का आखिरी मुकाबला सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में 4 से 8 जनवरी के बीच खेला जाएगा।
भारत और न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज का शेड्यूल
21 से 25 नवंबर: पहला टेस्ट, पर्थ (वेस्ट टेस्ट)
4 से 8 दिसंबर: दूसरा टेस्ट, ब्रिस्बेन (डे/नाइट टेस्ट)
17 से 21 दिसंबर: तीसरा टेस्ट, एडिलेड (क्रिसमस टेस्ट)
26 से 30 दिसंबर: चौथा टेस्ट, मेलबर्न (बॉक्सिंग डे टेस्ट)
4 से 8 जनवरी: पांचवां टेस्ट, सिडनी (न्यू ईयर टेस्ट)
ऑस्ट्रेलिया में एशेज अभियान पिछली बार ब्रिस्बेन के अलावा किसी अन्य शहर में 1982-83 में शुरू हुआ था। पर्थ के वाका स्टेडियम में मैच खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में खेले गए पिछले आठ एशेज टेस्ट जीते हैं। इनमें से दो में उसे पारी से जीत मिली थी। 2013-14 में इंग्लैंड की 150 रन की हार थी, जब ऑस्ट्रेलिया ने फिर से एशेज ट्रॉफी जीती थी। गाबा में दूसरा टेस्ट ब्रिस्बेन का तीसरा डे-नाइट मेंस टेस्ट होगा, इससे पहले उसने पाकिस्तान (2016) और श्रीलंका (2019) के खिलाफ मैच खेले थे।