रहाणे ने इस साल इंग्लिश समर में इंग्लैंड में जाकर काउंटी क्रिकेट खेलने का मन बना लिया है। यही वजह है कि उन्होंने काउंटी क्लब लीसेस्टरशायर के साथ करार भी किया है। आने वाले समय में वो काउंटी चैंपियनशिप और रॉयल लंदन कप में खेलते हुए नजर आएंगे। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को टीम से बाहर करते वक्त भारतीय चयनकर्ता चेतन शर्मा ने यह साफ कर दिया था कि घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद ही उन्हें टेस्ट टीम में दोबारा मोका दिया जाएगा।
कभी भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा रहे रहाणे खराब फॉर्म के चलते पहले उपकप्तानी से हटाये गए और फिर उन्हें भारतीय टीम से भी बाहर कर दिया गया। ऐसे में रहाणे के पास भारतीय टीम में वापसी का एक मात्र रास्ता रणजी ट्रॉफी था। जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 मैचों की 11 पारियों में 57.63 की औसत से 634 रन बनाए। इस दौरान रहाणे ने दो शतक और एक अर्धशतक लगाया। लेकिन इसके बावजूद चयनकर्ताओं ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज में मौका नहीं दिया है। ऐसे में रहाणे चेतेश्वर पुजारा की तरह काउंटी क्रिकेट खेलकर टीम इंडिया में वापसी करने की कोशिश करेंगे।
पुजारा ने भारतीय टीमसे बाहर होने के बाद काउंटी के पिछले सीजन में ससेक्स की ओर से खेलते हुए रनों का अंबार खड़ा कर दिया था। दो दोहरे शतक साथ -साथ पुजारा ने कई शतक लगाए। पुजारा के प्रदर्शन से प्रभावित होकर क्लब ने उन्हें कप्तान नियुक्त कर दिया था। इस प्रदर्शन के दम पर ही पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में वापसी की।
रहाणे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 8,000 से अधिक रन बनाए हैं, टेस्ट में 12 उनके नाम 12 और एकदिवसीय में तीन शतक है। उन्होंने 82 टेस्ट में 38.52 की औसत से 4,931 रन और 90 वनडे में 35.26 की औसत से 2,962 रन बनाए हैं।