हालांकि एशिया 11 ने इस मुकाबले में अफ्रीका 11 को हरा दिया। अफ्रीका 11 की कमान केन्या के तन्मय मिश्रा संभाल रहे थे तो एशिया 11 की कमान पाकिस्तान के पूर्व कप्ताम शोएब मलिक ने संभाली। अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और लूट्स बॉसमैन की अर्धशतकीय पारी की मदद से 20 ओवर में 8 विकेट गंवाकर 109 रन बनाने में सफल रही। अफ्रीका के दोनों ओपनर्स के अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका। श्रीसंत और मशरर्फे मुर्तजा ने 2-2 विकेट हासिल किए। 109 रन के लक्ष्य को एशिया 11 की टीम ने 25 गेंद रहते 4 विकेट गंवाकर ही हासिल कर लिया।
फाइनल वनडे में धोनी ने किया धमाका
तमीम इकबाल ने 30 रन की पारी खेली तो तिलकरत्ने दिलशान ने 36 गेंदों में नाबाद 47 रन की पारी खेली। इसके बाद 3 वनडे मैचों की सीरीज खेली गई। पहला मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया, जहां एशिया 11 ने 317 रन बनाने के बाद अफ्रीका 11 को 283 रन पर रोक दिया। दूसरा मुकाबले चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया, जहां एशिया 11 ने 337 रन बनाए और अफ्रीका 11 को 306 रन पर रोककर सीरीज जीत ली। तीसरा और आखिरी मुकाबला भी चेन्नई में खेला गया, जहां धोनी ने 139 रन की पारी खेली और एशिया 11 को रोमांचक मुकाबले में 13 रन से जीत दिलाई।