चूरू में नगर परिषद ने यूनिक के अवैध निर्माण को चिन्हित करने के बाद आज दोपहर ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की। यूनिक ने पूनिया कॉलोनी में 114-115 नंबर प्लॉट में मकान बना रखा था। नगर परिषद ने आज अवैध व गैर नियमानुसार बने ढांचे को बुलडोजर से गिरा दिया। इस दौरान भारी तादात में पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा। वहीं, आसपास लोगों की भीड़ भी जमा हो गई।
आरोपी ने इन परीक्षाओं में की धांधली
आरोप है कि वह
एसआई भर्ती परीक्षा 2021, जेईएन भर्ती परीक्षा 2021 सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं के
पेपर लीक कर 500 से अधिक लोगों की सरकारी नौकरी लगवा चुका है। जिनमें से 250 से ज्यादा लोग तो उसके परिवार व रिश्तेदारी में हैं। वो खुद भी पिछली वनपाल भर्ती में वनपाल बना था। ऐसे में आशंका है कि उसने वनपाल और वनरक्षक भर्ती का भी पेपर लीक करवाया था।
यूनिक भांभू ने जयपुर स्थित हसनपुरा की रविंद्र बाल भारती स्कूल से एसआई भर्ती का पेपर चुराया था। इसके लिए स्कूल के कर्मचारी राजेश को दस लाख रुपए दिए थे। पेपर चुराने के बाद गिरोह के साथी जगदीश विश्नोई को वाट्सऐप के माध्यम से पेपर भेजा था। मास्टरमाइंड यूनिक भांभू ही परीक्षा केंद्रों से भी पेपर लीक करवाता था। राजेंद्र यादव ने जयपुर के सरकारी स्कूल में स्ट्रॉन्ग रूम से जेईएन भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाने के बाद भांभू के मोबाइल पर ही भेजा था।
यूनिक भांभू पर एक लाख का इनाम
यूनिक उर्फ विवेक भांभू पुत्र जगदीश जाट चूरू की पूनिया कॉलोनी का रहने वाला है। मूल रूप से चूरू का रहने वाला यूनिक भांभू वन विभाग में फॉरेस्टर था। लेकिन, पेपर लीक में नाम सामने आने के बाद वह अलवर प्रशिक्षण केन्द्र से विदेश भाग गया था। एसओजी ने दुबई भागने वाले यूनिक भांभू पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। साथ ही उसे पकड़ने के लिए एसओजी ने लुकआउट नोटिस जारी करवाया था। लेकिन, वह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है और दुबई में रह रहा है।