एडीजी वी.के सिंह ने बताया कि पूछताछ में
दौसा स्थित लवकुश नगर निवासी रिंकू शर्मा ने पेपर लीक करवाने के मामले में मास्टर माइंड जगदीश बिश्नोई के साथी हर्षवर्धन मीना ने रिंकू शर्मा को
उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर दिया था। इसके बाद आरोपी रिंकू शर्मा शर्मा ने भरतपुर, जयपुर व उदयपुर में एक दर्जन परीक्षार्थियों को 10 से 20 लाख रुपए लेकर उपलब्ध करवाया था। इन परीक्षार्थियों में थानेदार बनने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है।
आरोपी रिंकू शर्मा मूलत: सिंकदरा स्थित टोरड़ा निवासी है। उससे गैंग के अन्य साथियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। एसओजी के एएसपी रामसिंह शेखावत के सुपरविजन में एएसपी चिरंजीलाल, उपाधीक्षक शकील अहमद, निरीक्षक मुकेश व एसओजी थानाधिकारी मनीष चारण की टीम रिंकू शर्मा की तलाश में जुटी थी। एसओजी से बचने के लिए आरोपी नेपाल भाग गया था। अब शनिवार को दौसा आने की सूचना पर आरोपी को पकड़ा। दोनों आरोपी 24 जुलाई तक एसओजी की रिमांड पर है।
आरोपी सुरेश ने आधा दर्जन परीक्षार्थियों को दिलवाया पेपर
एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि सांचौर के मोखातरा निवासी सुरेश कुमार बिश्नोई हवाला का काम करता है। आरोपी ने आधा दर्जन परीक्षार्थियों को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा को पेपर दिलवाया था। आरोपी सुरेश पेपर बेचने और पेपर लेने वालों के बीच में बिचौलिए की भूमिका निभाता था। एक पक्ष को पेपर मिलने और दूसरे पक्ष को पेपर के बदले पैसे दिलाने की गारंटी लेता था। आरोपी से भी पूछताछ की जा रही है।
गहनता से जांच हो, जेईएन भर्ती परीक्षा 2021 में बड़े खुलासे होंगे
एसओजी सूत्रों के मुताबिक आरोपी रिंकू शर्मा ने पूछताछ में बताया कि जेईएन भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर भी परीक्षा से पहले ही लीक करवाकर कई परीक्षार्थियों को उपलब्ध करवाया था। बताया जाता है कि इस परीक्षा की भी गहनता से जांच हो तो बड़ी संख्या में नकल कर जेईएन बनने वालों का पर्दाफाश हो सकेगा। हालांकि एसओजी के पास नफरी और अनुसंधान करने वाले अच्छे अधिकारियों की कमी है, जिसके चलते जेईएन भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक मामले की जांच धीमी गति से चल सकती है। एसओजी की अधिकांश अधिकारी उप निरीक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में लगे हुए हैं।