विद्याधर ने बताया कि वह 2012 से राठौड़ के समर्थक हैं और उनकी नेतृत्व क्षमता से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि राठौड़ जी 36 कौम के नेता हैं और उनके दरवाजे हर वर्ग के लिए हमेशा खुले रहते हैं। एडवोकेट विद्याधर ने यह भी बताया कि उन्होंने यह तस्वीर राठौड़ को दिखाई थी और राठौड़ भी उनके इस कदम से हैरान रह गए थे।
यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोग विद्याधर की इस दीवानगी को प्रशंसा के साथ देख रहे हैं तो कुछ लोग इसे अत्यधिक कह रहे हैं।
यह पहली बार नहीं है जब किसी नेता के प्रति किसी ने इतनी दीवानगी दिखाई हो। नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल के लिए भी कुछ इसी तरह की दीवानगी सामने आई थी। एक फैन ने बेनीवाल के नाम से पद यात्रा की थी और अपनी शादी कार्ड पर फोटो भी छपवाई थी। हांलाकि नेता का टैटू बनवाने का यह पहला ही मामला सामने आया है।