श्रद्धालु अपने परिजन व मित्रों के साथ सांवलियाजी मंदिर पहुंचे और जयकारों के बीच हेलीकॉप्टर भेंट किया। हेलीकॉप्टर की केबिन में भगवान सांवलिया सेठ की छवि को विराजमान किया है। चित्तौड़गढ़ निवासी प्रवीण लड्ढ़ा की ओर से यह हेलीकॉप्टर भेंट किया गया। जिसका वजन करीब करीब 400 ग्राम है।
यह है इस मंदिर की खासियत
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया स्थित श्री सांवलिया सेठ का मंदिर करीब 450 साल पुराना है। मेवाड़ राजपरिवार की ओर से इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था। मंडफिया मंदिर कृष्ण धाम के रूप में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यह मंदिर चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन से 41 किमी एवं डबोक एयरपोर्ट-उदयपुर से 65 किमी की दूरी पर स्थित है। सांवलिया जी का संबंध मीरा बाई से बताया जाता है। मान्यता के अनुसार मंदिर में स्थित सांवलिया जी मीरा बाई के वही गिरधर गोपाल है जिनकी वह पूजा किया करती थी।
एक करोड़ लोग हर साल आते हैं दर्शन के लिए
सांवरिया सेठ की ऐसी मान्यता है जिसके कारण देश के कोने-कोने व विदेशों से हर साल करीब एक करोड़ लोग मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर के पुजारियों के अनुसार हर माह करीब साढ़े 8 से 9 लाख के बीच श्रद्धालु मंदिर में आते हैं।