दरअसल, सरकार ने प्रदेश में अधिकारियों-कर्मचारियों के ट्रांसफर आदेश जारी करते हुए 1 जनवरी से शुरू किए थे। हालांकि शिक्षा विभाग में तबादलों पर लगी रोक नहीं हटाई थी। इस दौरान मदन दिलावर ने कहा था कि अभी परीक्षाओं का समय चल रहा है। परीक्षाओं के चलते शिक्षकों का तबादला सही नही होगा।
‘बोर्ड परीक्षा के बाद होंगे शिक्षकों के तबादले’- दिलावर
इसके बाद अब शिक्षामंत्री दिलावर ने राजस्थान शिक्षक संघ के प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन में शिक्षकों के तबादले को लेकर कहा कि ‘पहले विधानसभा, लोकसभा और उपचुनाव में व्यस्तता थी। छात्र हितों को देखते हुए सरकार ट्रांसफर देगी। मैं आपको आश्वश्त कर रहा हूं कि बोर्ड की परीक्षाओं के बाद तुरंत बाद शिक्षकों के तबादले करेंगे।’ सरकार पर भेदभाव का लगाया था आरोप
राजस्थान प्रदेश उपाध्यक्ष डा. ऋषिन चौबीसा, देवीलाल पाटीदार, प्रदेश महामंत्री महेन्द्र लखारा, प्रवीण जैन, जिलाध्यक्ष बलवंत बामणिया, मंत्री दिलीप सिंह चौहान एवं उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौहान ने ज्ञापन देते हुए सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि सरकार ने वर्तमान में शिक्षा विभाग को छोडकर स्थानांतरण करने का निर्णय लिया है। जो प्रदेश के लाखों शिक्षकों के प्रति भेदभाव पूर्ण और सरकार का शिक्षा को लेकर उपेक्षित भाव व्यक्त कर रहा है। सरकार ने शिक्षा विभाग की उपेक्षा की है।