उम्मीदवार की जानकारी चुनाव का समय, प्रदेश, निर्वाचन क्षेत्र के नाम के जरिए भी ढूंढ सकेंगे। निर्वाचन आयोग की ओर से शुरू की गई यह पहल मतदाता को जागरूक करने के साथ राजनीतिक दलों के झांसे से बचने में भी कारगर साबित होगी। इसके साथ ही इस एप्लिकेशन के जरिए यह भी पता चल सकेगा कि निर्वाचन क्षेत्र में कुल कितने लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किया, कितनों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, किनका नामांकन रद्द हुआ और किसने नामांकन पत्र वापस लिया है।
निर्वाचन की ओर से ‘नो योर कैंडिडेट’ मोबाइल एप्लिकेशन में उम्मीदवार की ओर से नामांकन के वक्त दिए जमा कराए गए एफिडेविट के साथ ही उसकी संपत्ति की जानकारी भी आमजन को मिल सकेगी। इसके साथ ही इस मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए उम्मीदवार पर कितने आपराधिक मामले चल रहे हैं। इसके बारे में पता चल सकेगा। उम्मीदवार के नाम और क्षेत्र के जरिए पता चल सकेगी।