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चित्तौड़गढ़

टूटी पटरी पर ट्रेन, डेमू चालक की पड़ी नजर

उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर के तहत आने वाले डेट रेलवे स्टेशन के निकट बड़ा हादसा टल गया। सवारियों से भरी यात्री गाड़ी रतलाम-भीलवाड़ा डेमू टूटी पटरी (रेल फ्रेक्चर) पर चढ़ गई। ट्रेन का इंजन व दो डिब्बे टूटी हुई पटरी को पार कर गए। बाद में ट्रेन को रोक दिया गया।

चित्तौड़गढ़Aug 29, 2016 / 07:35 pm

tej narayan

उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर के तहत आने वाले डेट रेलवे स्टेशन के निकट रविवार रात बड़ा हादसा टल गया। सवारियों से भरी यात्री गाड़ी रतलाम-भीलवाड़ा डेमू टूटी पटरी (रेल फ्रेक्चर) पर चढ़ गई। ट्रेन का इंजन व दो डिब्बे टूटी हुई पटरी को पार कर गए। बाद में ट्रेन को रोक दिया गया। इससे कुछ देर पहले भी टूटी पटरी से मालगाड़ी गुजरी थी। इस मार्ग पर रात को करीब तीन घंटे रेल यातायात बाधित रहा।
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उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर के तहत आने वाले डेट-गंगरार रेलवे स्टेशन के मध्य रेल पटरी में फ्रेक्चर हो गया था, जिसकी जानकारी किसी को नहीं थी। रात करीब 12.15 बजे डेट रेलवे स्टेशन से डेमू ट्रेन भीलवाड़ा जाने के लिए गुजरी। डेट-गंगरार स्टेशन के मध्य एक स्थान पर पटरी में फ्रेक्चर था। अचानक ही ट्रेन को रोकना पड़ गया। तब तक ट्रेन का इंजन व दो डिब्बे रेल फ्रेक्चर को पार कर चुके थे। मामले की जानकारी मिलते ही डेट रेलवे स्टेशन से रेलवे स्टाफ मौके पर पहुंचा। मौका देखा तो सामने आया कि पटरी में चार इंच तक का फ्रेक्चर था। 
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तत्काल मामले की जानकारी अजमेर उच्च अधिकारियों को दी। डेमू ट्रेन को वहीं रोक दिया गया। गंगरार रेलवे स्टेशन से इंजीनियरिंग की टीम मौके पर पहुंची। रेल फ्रेक्चर के कारण रेल यातायात को रोक दिया गया। यहां रेल फ्रेक्चर को सुधारने को कार्य शुरू किया गया। करीब तीन घंटे बाद फ्रेक्चर सुधार पटरी को सही की। बाद में ट्रेन को भीलवाड़ा के लिए रवाना किया। घटना के दौरान ट्रेन में करीब डेढ़ सौ यात्री सवार थे। गनीमत रही कि ट्रेन पटरी से नीचे नहीं उतरी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। यह ट्रेन अन्य दिनों के मुकाबले रविवार रात को तीन घंटे देरी से भीलवाड़ा स्टेशन पहुंची। वहीं अन्य ट्रेनों को भी एक के बाद एक कर यहां से गुजारा गया। रेल यातायात सुचारू होने पर सभी ने राहत की सांस ली। 
जानकारी में सामने आया कि डेमू ट्रेन को तो पटरी पर ही रोक दिया, लेकिन इससे कुछ देर पहले ही एक मालगाड़ी इस मार्ग से गुजरी थी। मालगाड़ी टूटी पटरी से निकल गई तथा इस दौरान भी कोई हादसा नहीं हुआ। अभी तक यह जानकारी में सामने नहीं आया कि रेल फ्रेक्चर कब हुआ था। सूत्रों की मानें तो रेल फ्रेक्चर पर डेमू के चालक की ही नजर पड़ी थी। इस दौरान ट्रेन की गति ज्यादा नहीं थी। चालक ने तत्काल ट्रेन को रोक दिया। इससे कि इंजन व दो डिब्बे ही पटरी को पार कर पाए।
धीमी गति से गुजरी ट्रेनें

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दो से तीन घंटे की अवधि में ही रेल फ्रेक्चर को दूर कर दिया। रेल यातायात भी सुचारू कर दिया था। इसके बावजूद जहां रेल फ्रेक्चर हुआ, वहां ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा गया। सोमवार को भी कई ट्रेनें यहां से धीमी गति से निकाली। वहीं रेलवे के अधिकारी इस पर नजर रखे रहे।
यह ट्रेनें हुई प्रभावित

रेल फ्रेक्चर के कारण डेमू सहित कुल छह ट्रेनें प्रभावित हुई है। भीलवाड़ा से चित्तौडग़ढ़ की ओर जाने वाली जयपुर-भोपाल ट्रेन (19711) करीब तीन घंटे गंगरार रेलवे स्टेशन पर ही खड़ी रही। वहीं चित्तौडग़ढ़ से भीलवाड़ा की ओर जाने वाली ट्रेनें हैदराबाद-अजमेर, उदयपुर-खजुराहो एक्सप्रेस, उदयपुर-सियालदाह तथा भोपाल-जयपुर ट्रेनें प्रभावित हुई। 

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