सारसवाड़ा में चल रही भागवत
छिंदवाड़ा. समुद्र मंथन की कथा हमें यह शिक्षा देती है कि यह संसार अच्छे और बुरे लोगों के सहयोग से ही चलता है। सबकी अपनी इच्छाएं होती है। समुद्र मंथन हुआ तो अकेले देवताओं या फिर असुरों के नहीं संयुक्त प्रयासों से हुए। जबलपुर से आए पंडित गणेश प्रसाद दुबे ने कहा कि दोनों के प्रयासों से समुद्र मंथन में जहर निकला तो अमृत भी निकला। अच्छे व्यक्ति बनकर जीवन में संघर्ष हम करें तो हमें अमृत रूपी फल मिल सकता है जिससे हम जीवन सुधार सकते हैं।
शिवलिंग की हुई प्राण-प्रतिष्ठा
छिंदवाड़ा. सुकलूढाना में नवनिर्मित मंदिर में शिवलिग की प्राण-प्रतिष्ठा विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ शुक्रवार को हुई। सुबह १० बजे से यहां प्राण-प्रतिष्ठा का मुख्य समारोह संपन्न कराया गया। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद हवन पूजन और आरती हुई उसके बाद भंडारे में सभी शिवभक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। ध्यान रहे तीन दिनी धार्मिक आयोजन पं रामविलास शुक्ल ने संपन्न कराया। आयोजन में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों और शिवभक्तों ने अपनी उपस्थिति दी।