बारीकी से पूछताछ में दोनों ने बताया कि 10 अगस्त की रात्रि दोनों चार फाटक ब्रिज के नीचे बैठे थे, रात्रि में एक बजे के करीब एक व्यक्ति बाइक से आया तथा दोनों को छापाखाना तक छोडऩे की बोलने लगा। दोनों को बाइक पर बैठाकर शारदा चौक सोनपुर मार्ग पहुंचा तथा वहां पर पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने लगा। मना करने पर वह गालीगलौच करने लगा, जिसके बाद दोनों ने गुस्से में चाकू से हमला कर वहां से भाग गए। इस मामले में पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल पहुंचा दिया है। इस हत्या के खुलासे में थाना प्रभारी कुण्डीपुरा मनोज बघेल, कोतवाली थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी, एसआई धर्मेन्द्र कुशराम, आशीष बरकडे, एएसआई मनोज ऱघुवंशी, ब्रजेश ऱघुवंशी, प्रधान आरक्षक संतोष बघेल, हरीश वर्मा, आरक्षक जीवन रघुवंशी, करण रघुवंशी, अखिलेश, विकाश बैस, रविन्द्र ठाकुर, आदित्य रघुवंशी, नितिन सिंह सायबर सेल, मंयक सलामे, अमित शर्मा सीसीटीही कंट्रोल रूम की सराहनीय भूमिका रही है।