कुआं के भरोसे था परिवार
ग्राम घुरावली के हितग्राही रामाधार शर्मा ने बताया कि पहले पानी की गंभीर समस्या थी। लोग सुदूर निचले इलाकों के कुओं से पानी भरकर लाते थे, जिससे न केवल रोजमर्रा के काम प्रभावित होते थे, बल्कि युवाओं की शादियों में भी समस्याएं आती थीं। पानी की कमी के कारण कई ग्रामीणों को शहरों की ओर पलायन करने पर मजबूर होना पड़ता था। अब इस योजना के तहत गांव के हर घर में नल से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो रही है।
पहाड़ी बस बसे गांव में भी पानी पहुंचा
ग्राम रायपुरा कला जैसे पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में भी पानी की यह सुविधा पहुंच चुकी है, जहां पहले महिलाएं कठिनाई से कुएं से पानी भरती थीं। अब, घर-घर पानी पहुंचने से ग्रामीण महिलाओं के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही है। महिलाओं ने इस योजना के लिए सरकार का आभार जताते हुए कहा कि यह सुविधा उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव लेकर आई है। पानी की आसानी से उपलब्धता के कारण अब उनके दैनिक कामकाज सरल हो गए हैं, और उनके जीवन में बेहतर स्वास्थ्य और समय की बचत हो रही है। जल जीवन मिशन के तहत यह पहल न केवल पानी की समस्या को हल कर रही है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों के जीवन स्तर को भी सुधार रही है।
बान सुजारा से 1 लाख लोगों को पानी पहुंचाने की है योजना
मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जिले के विकासखण्ड के लिए 210.85 करोड़ रुपए की लागत से बानसुजारा (बड़ामललरा) समूह जल प्रदाय योजना का निर्माण किया गया है। बानसुजारा समूह जलप्रदाय योजना से एक लाख 58 हजार 564 ग्रामीण आबादी को जलापूर्ति की योजना है। इस समूह जलप्रदाय योजना के अन्तर्गत बांध में इंटेक वेल, जल शोधन संयंत्र क्षमता 21.56 मिलियन लीटर प्रतिदिन, टंकियों का निर्माण एवं 614 किलो मीटर पाइप लाइन बिछाकर घरेलू नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं।