कोरोना काल में इलेक्ट्रानिक माध्यम से पढ़ाई के महत्व का पता चला। लाकडाउन के समय पठन-पाठान का एक माध्यम ऑनलाइन रह गया था। कई प्राइवेट स्कूल के शिक्षक नियमित रूप से छात्रां को पढ़ा रहे थे। ऐसे में अब सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के शासकीय स्कूल के शिक्षक भी इस विधा में पारंगत हो। इसलिए सभी शिक्षकों को टेबलेट दिया जा रहा है।
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15 दिसंबर तक हो जाएगी तैयारी पूरी
नए साल से शिक्षक, बच्चों को टेबलेट से पढ़ाएंगे। केंद्र सरकार के समग्र शिक्षा अभियान कार्य योजना 2022-23 में टीचर्स रिसोर्स पैकेज के तहत पूरे प्रदेश के सभी प्राइमरी शिक्षकों द्वारा विषय वस्तु को विभिन्न डिजीटल पोर्टल से प्राप्त कर बच्चों को पढ़ाया जाएगा। इसकी तैयारी भी प्रारंभ कर दी गई हैं।
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जिले के 3632 शिक्षकों को मिलेगी राशि
सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूल के बच्चे नए वर्ष से डिजीटल पढ़ाई करेंगे। बच्चों को टेबलेट के जरिए ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़ा जाएगा। इसके लिए जिले के 1474 प्राथमिक और 342 माध्यमिक स्कूल के कुल 3632 शिक्षकों को ऑनलाइन टीचिंग के लिए टेबलेट दिए जा रहे हैं। टेबलेट के जरिए प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में पढ़ रहे 1 लाख 45 हजार 663 छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। इसके लिए प्रत्येक शिक्षक को प्रति टेबलेट 10 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। इसके लिए जिले में 3 करोड़ 63 लाख 20 हजार रुपए की राशि शिक्षकों को दी जाएगी।
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