साइबर धोखाधड़ी के खतरे और बचाव
पत्रिका के प्रसार प्रभारी रमेश मीणा ने उपस्थित लोगों को इस अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आजकल साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जहां अनजाने कॉल्स, ईमेल्स और वेबसाइट्स के जरिए लोगों से निजी जानकारी चुराई जा रही है। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि किस तरह लोग साइबर अपराधों का शिकार हो रहे हैं, खासकर अनजाने कॉल पर विश्वास करके। सभी उपस्थित लोगों ने इस अभियान की सराहना की और कहा कि इस तरह की पहल से ही साइबर ठगी और धोखाधड़ी को रोका जा सकता है। उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि वे खुद साइबर सुरक्षा के उपायों को अपनाएंगे और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करेंगे।
इन्होंने साझा किए अनुभव
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित वितरकों ने अपने अनुभव भी साझा किए। लल्लू माली, राम अवतार गुप्ता, गोविन्द श्रीवास, गौरीशंकर साहू , राकेश साहू, राजा साहू, शशि कान्त दीक्षित, संदीप सेन, रिंकू सेन, कल्लू चौरसिया, कैलाश नारायण गुप्ता, चंदन साहू, हर्षित साहू, अब्बू साहू, उमाकांत दीक्षित, पप्पू राठौर, राजेश पाल और नंदराम सेन ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होने कहा कि ऑनलाइन माध्यमों में भी कई तरह के फ्रॉड हो रहे हैं, ऐसे में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। आए दिन साइबर फ्रॉड की घटनाएं हो रही हैं, और इससे बचने के लिए सावधानी सबसे महत्वपूर्ण है। पत्रिका के इस अभियान के माध्यम से लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और इससे साइबर धोखाधड़ी की घटनाओं में कमी आएगी। वितरक ने कहा कुछ दिन पहले मुझे एक कॉल आया और कहा गया कि मोबाइल बेचना है। जिसके लिए पहले 300 और फिर 1800 रुपए की मांग की गई। उन्होंने कहा ऐसे धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए अनजाने कॉल्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
सभी ने की सराहना
पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे रक्षा कवच अभियान का उद्देश्य साइबर धोखाधड़ी और ठगी के मामलों को रोकना है। यह अभियान लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में सफल हो रहा है। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी व्यक्तियों ने इसे एक अहम पहल माना और इसे और विस्तृत करने की आवश्यकता पर बल दिया। पत्रिका का यह अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज को साइबर धोखाधड़ी से बचाने में मदद करेगा और लोगों को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाएगा।