प्राचार्य को ज्ञापन देने के नाम पर कॉलेज पहुंचे इन छात्र नेताओं ने 15 मिनट से ज्यादा तक प्राचार्य कक्ष में हंगामा किया। जबकि शिक्षकों का कहना है कि वह उनकी बात सुनने के लिए तैयार थे, लेकिन छात्र मनमानी करते रहे। इस दौरान कक्ष में मौजूद शिक्षकों से भी जमकर अभद्रता की। प्राचार्य के समझाने पर छात्र नहीं माने तो वह उठकर चले गए। बाद में अन्य प्राध्यापकों की समझाइश के बाद छात्र शांत हुए और मांगों का ज्ञापन प्राचार्य की कुर्सी पर रखकर चले गए।
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वेटिंग लिस्ट निकालने की कर रहे थे मांग छात्रों ने बताया कि बीए प्रथम वर्ष में एडमिशन की पहली कट ऑफ जारी हो चुकी है, लेकिन कॉलेज के कई छात्रों को अभी एसएमएस नहीं मिला। इससे वे काफी परेशान हैं। प्राचार्य को हमारी समस्या से निदेशालय को अवगत कराना चाहिए था, लेकिन उन्होंने एेसा नहीं किया। इसके अलावा वेटिंग लिस्ट भी जारी नहीं हुई। इससे विद्यार्थी असमंजस की स्थिति में हैं। अन्य कॉलेजों ने फस्र्ट कट ऑफ के अलावा वेटिंग लिस्ट भी जारी की है।
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होगी कार्रवाई राजकीय कला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बाबूलाल शर्मा ने कहा कि छात्र नेताओं का कृत्य निंदनीय है। एेसा नहीं किया जाना चाहिए। उसे चेतावनी दी गई है कि अगली बार एेसा किया तो कॉलेज प्रशासन को मजबूरन उसके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी।