आरोपी कोचिंग संचालक पिछले तीन सालों से कोचिंग चला रहा है। आरिफ के साथ उसके तीन दोस्त भी हैं। आरोप है कि यह नाबालिग और मासूम छात्राओं को अपने जाल में फांसकर लंबे समय से उनसे मोबाइल पर वीडियो चैटिंग करके अश्लील एमएमएस बना रहा था। उसके बाद उनक लड़कियों को यह दिखाकर यह पैसा ऐंठता था।
आरोपी के मोबाइल में ही डले एक एमएमएस वायरल हो जाने के बाद पूरा मामला सामने आया। उसके बाद एक परिवार ने कोतवाली में घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने जब इस मामले की पड़ताल की तो पता चला कि आरिफ मंसूरी के साथ तीन औऱ युवक इस खेल में शामिल थे, जो छात्राओं को बरगलाकर उन्हें फंसने के बाद एमएमएस बनाकर ब्लैकमेल करते थे।
इस मामले के खुलासे से पहले यह युवक एक लड़की को लेकर इंदौर होते हुए राजस्थान घूमने चला गया था। इस बीच शिकायत हो जाने के बाद आरोपी भागने की फिराक में था, लेकिन साइबर सेल की मदद से पुलिस ने उसे दबोच लिया। कोतवाली पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। उसके मोबाइल से चार छात्राओं के एमएमएस मिले हैं। शिक्षक बनकर छात्राओं को कोचिंग देने वाले आरिफ मंसूरी का कारनामा उजागर होने के बाद शहर के लोगों में आक्रोश है।