Jyotiraditya Scindia Love Story प्रियदर्शिनी को देखते ही हो गए फ़िदा पर मां पहले ही ले चुकीं थीं ये फैसला जिले के बिजावर क्षेत्र के महुआझाला गांव में यह हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार घर का टैंक खोलने के लिए एक सदस्य टैंक में उतरा। वहां करंट पसरा था जिसकी चपेट में वह आ गया। उसकी चीख सुनकर बचाने के लिए घर का दूसरा सदस्य भी टेंक में उतर गया और वह भी वहां पसरे करंट की चपेट में आ गया। इस तरह एक एक कर घर के अन्य 4 लोग भी टेंक में उतरे और उन सभी की भी मौत हो गई। टैंक में पानी निकालने के लिए बिजली की ब्यवस्था की गई थी।
अरबों की संपत्ति के मालिक हैं सिंधिया, देशभर में हैं अनेक महल मरने वालों में लक्ष्मण अहिरवार पुत्र रमुआ उम्र 55 वर्ष , शंकर अहिरवार पिता हल्ली अहिरवार, उम्र 35,वर्ष, मिलन अहिरवार पिता हल्लू उम्र 25 वर्ष, नरेंद्र पिता जगन अहिरवार उम्र 20 वर्ष, रामप्रसाद पिता हल्ली अहिरवार, उम्र 30, विजय पिता जगन अहिरवार उम्र 20 वर्ष है। घटना सुबह 8 बजे की है। घटना की जानकारी लगते ही थाना प्रभारी मुकेश ठाकुर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। डायल 100 की मदद से लोगों को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। डॉक्टर के अनुसार सभी 6 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी।
Tragic Incident कई दिन तक भूखे रहे बच्चे, जिंदा जल गई मां पुलिस ने बताया कि इस हादसे में मरनेवालों में परिवार के तीन भाई, दो भतीजे और चाचा की मौत हुई है। ग्राम महुआझाला बिजावर नगर से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. गांव के जगन अहिरवार के घर के टेंक की शटरिंग खोली जा रही थी। टैंक के अंदर का पानी खाली करने और टैंक के अंदर रोशनी के लिए बिजली का तार डाला गया था।
अस्पताल बना मौज मस्ती का अड्डा, तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम पर थिरक रहे डाक्टर्स—नर्स तार में कट होने से करंट फैल गया और नरेंद्र अहिरवार उसकी चपेट में आ गया। उन्हें करंट लगता देख छोटा भाई विजय बचाने पहुंचा तो वह भी करंट की चपेट में आ गया। इसके बाद एक-एक कर चार लोग और बचाने पहुंचते गए और करंट की चपेट में आते गए। सभी की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ लोगों ने जैसे—तैसे बिजली का तार हटाया और मामले की सूचना पुलिस को दी।