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छतरपुर

26 लाख खर्च कर ट्रचिंग ग्राउंड बनाया, न कचरा निष्पादन हुआ न मिला रोजगार, लगातार गिर रही रैकिंग

शहर से निकलने वाले कचरा साफ होने के साथ ही नगरपालिका की आय में भी वृद्धि होना थी और दर्जनों लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाना था लेकिन वर्तमान में यह ट्रचिंग ग्राउंड व वहां लगा प्लांट नगर पालिका की उदासीनता के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है और यहां लगी मशीनें जंग खा रही हैं।

छतरपुरJan 08, 2025 / 10:53 am

Dharmendra Singh

trunching ground

ट्रचिंग ग्राउंड का सेटअप

नौगांव. नौगांव नगर पालिका द्वारा नगर को साफ-स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाने के लिए करीब तीन वर्ष पूर्व लाखों रुपए की लागत से ट्रचिंग ग्राउंड की नींव रखी गई थी ताकि पूरे नगर से निकलने वाले कचरे को उठाकर यहां डंप कर कचरे से खाद जैसे अन्य प्रोजेक्ट तैयार किए जा सकें। इससे शहर से निकलने वाले कचरा साफ होने के साथ ही नगरपालिका की आय में भी वृद्धि होना थी और दर्जनों लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाना था लेकिन वर्तमान में यह ट्रचिंग ग्राउंड व वहां लगा प्लांट नगर पालिका की उदासीनता के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है और यहां लगी मशीनें जंग खा रही हैं।

रोजाना 22 टन खाद बनाने की थी योजना


जानकारी के अनुसार पूर्व नपाध्यक्ष अभिलाषा-धीरेंद्र शिवहरे के प्रयासों से नगर को कचरे से निजात दिलाने के लिए इस ट्रचिंग प्लांट की नींव नगर से दूर जवाहर नवोदय विद्यालय के पीछे नपा की जमीन पर 26 लाख की लागत से 44 हजार स्क्वायर फीट में बनाए जाने के लिए रखी गई थी। यहां सैकड़ों टन कचरा रखने की क्षमता है। कचरे की छटाई-बिनाई कर प्लास्टिक ओर पॉलीथीन को अलग किए जाने की व्यवस्था के साथ-साथ कम्पोस्टिंग किट सेट के द्वारा कचरे से खाद बनाए जाने की भी व्यवस्था है। प्लांट की क्षमता रोजाना 22 टन खाद बनाने की थी। साथ ही ट्रचिंग प्लांट के द्वारा घरों से निकलने वाले मलमूत्र का खाद में परिवर्तन कर पेड़-पौधों में डालने के लिए उपयोग किया जाना था लेकिन नगर पालिका की उदासीनता के चलते ट्रचिंग प्लांट में लगी मशीनें इन दिनों जंग खा रही हैं और ग्राउंड में भारी भारी भरकम कचरे के ढेर लगे हैं। यहां लगी मशीनें शोपीस बन कर रह गई हैं। यहां न ही कचरे की खाद बनाई जा रही है न ही लोगों को रोजगार मिल पा रहा है। अगर इस ट्रचिंग प्लॉट को सुचारू रूप से चलाया जाए तो लोगों को रोजगार के साथ ही नगरपालिका की आमदनी भी बढ़ेगी साथ ही नगर के पार्कों में लगे पेड़-पौधों को भरपूर खाद भी मिलने लगेगी।

कागजों में हो रही लाखों रुपए की राशि सफाई में खर्च


नगरपालिका के जिम्मेदार उपयंत्री से दो साल पहले इस ट्रचिंग प्लांट के संबंध में जानकारी ली गई थी तब उपयंत्री ने टेंडर होने की बात कर बाउंड्रीवाल बनाने और ट्रचिंग प्लांट को सुचारू रूप से शुरू कराने की बात कही थी, मगर दो साल बीतने के बाद भी यह ट्रचिंग प्लांट अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। इस योजना में नगर पालिका प्रशासन ने लाखों रुपए खर्च कर कागजों के माध्यम से नगर साफ स्वच्छ रखने की कवायद जारी है।

लगातार गिर रही स्वच्छता रैकिंग


2020 में नगरपालिका को स्वच्छता रैंकिंग में प्रदेश में 6 वीं व संभाग में 2 दूसरा स्थान मिला था, जिसके लिए पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अभिलाषा शिवहरे को सम्मानित भी किया गया था, लेकिन विगत तीन वर्षों से लगातर नगर की स्वच्छता का ग्राफ गिरता ही जा रहा है जिसका नतीजा यह है की वर्ष 2021 में 63, 2022 में 79 व 2023 में 81 वीं और वर्ष 2024 में रेंक नौगांव नगरपालिका को हासिल हुई है।

इनका कहना है


ट्रचिंग ग्राउंड कई टुकड़ों में लाखों की कीमत से बना है। सही कीमत फ ाइल देखर बता पाउंगा। कचरा निष्पादन करने के लिए बनाए गया ट्रचिंग ग्राउंड चालू है या नहीं, यह सफाई प्रभारी से बात कर बताता हूं।
आलोक जायसवाल, उपयंत्री नगरपालिका नौगांव

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