बाद में वह आनन फानन में घर खाली कर इस घर में शिफ्ट हो गई। अब वही मकान मालिक यह कहकर घर खाली करने को कह रहा है कि घर का कुआं सूख चुका है इसलिए घर खाली कर दो। उषा के अनुसार पिछले दो महीने से उसके घर का बिजली का बिल भी दुगुना आ रहा है जिसका मुख्य कारण पानी खींचने की मोटर बताया जा रहा है क्योंकि पानी काफी नीचे चला जाने के कारण पानी उठाने में मोटर पर लोड अधिक पड़ता है इसलिए बिजली अधिक जलती है। एक पानी नहीं पूरा नहीं मिलता ऊपर से महीने में बिजली का भारी बिल और चुकाना पड़ रहा है।
इस तरह की समस्या सिर्फ एक अकेली उषा की ही नहीं है, महानगर में हजारों परिवार ऐसे हैं जो किराए के मकान में रहते हैं और पिछले कुछ महीनों से जलसंकट Water crisis के कारण घर बदलने को विवश हैं। वास्तव में देखा जाए तो जल संकट अब घर घर की समस्या बनती जा रही है। विनायकपुरम निवासी वेंकटरामन का कहना था कि उसके इलाके में मेट्रो वाटर दो दिन में एक बार आता है इसलिए पानी के लिए उसे कोलत्तूर स्थित मेट्रो वाटर फिलिंग स्टेशन के बाहर लगे नल पर जाना पड़ता है। उसका कहना था कि अक्सर उसे घर में पानी की कमी पूरी करने के लिए अन्य इलाकों में भी जाना पड़ता है। पानी के अभाव के चलते बच्चों को स्कूल जाने के लिए नहाने का पानी भी पूरा नहीं मिल पाता है।
इसी प्रकार लक्ष्मीपुरम निवासी एस गुरुमूर्ति का कहना था कि पानी की कमी से तंग आकर गत अप्रैल में ही वह नए घर में शिफ्ट हुआ था, जब वह इस घर में शिफ्ट हुआ तो यह अंदेशा बिलकुल नहीं था कि यहां पानी का संकट उत्पन्न होगा। लेकिन जून आते ही मकान मालिक यह कहने लगा हैं कि पानी नहीं है इसलिए आप घर खाली कर दो। वहीं कदीरवेडु निवासी शंभू साफी का कहना था कि वह पिछले दो साल से उक्त किराए के मकान में रह रहा है लेकिन मई महीने से इस घर में पानी का संकट चल रहा है। कुएं का पानी काफी नीचे चला गया जिससे अब गंदा पानी आने लगा है। आसपास में मेट्रोवाटर की सप्लाई नहीं है। सुुबह समय पर ड्यूटी जाना होता है लेकिन जल संकट के कारण समय से ऑफिस पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है। घर बदलने की हिम्मत नहीं हो रही है क्योंकि water crisis तो पूरे महानगर में जारी है। उधर तिरुनीलकंठ नगर निवासी एमके गुप्ता का कहना है कि पानी की समस्या तो उसके घर में भी है लेकिन वह अपने घर में पानी का स्टॉक अन्य इलाकों से लाकर पूरी करते हैं। उनका कहना है कि अब यदि बारिश नहीं हुई तो पानी के लिए आपस में झगड़े का स्थिति बन सकती है। कारण पानी अब कहीं नजर नहीं आ रही है।
यहां उल्लेखनीय है कि महानगर में पानी की किल्लत water crisis in chennai इस प्रकार बढ़ गई है कि कई स्कूल और कालेजों के प्रबंधन ने बच्चों को अपने साथ पानी की बोतल लाने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर कई आईटी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर पर रहकर ही काम करने की सलाह दी है। ऐसे में यदि अब बारिश नहीं हुई तो महानगर के लोगों को पानी के बिना जीना मुहाल हो जाएगा।