दे रहे पंचमुखी शिक्षा
सुदूरवर्ती व दुर्गम क्षेत्रों में जहां, शिक्षक जाना नहीं चाहते, वहां बच्चों को संस्था के एकल विद्यालय के माध्यम से पंचमुखी शिक्षा दी जा रही है। बच्चे कक्षा 1 से 3 के होते हैं। गांव के ही किसी निर्धारित स्थान पर बच्चों को शिक्षा दी जाती है। इसमें पहला है प्राथमिक शिक्षा, दूसरा बच्चों में संस्कार प्रदान करना, तीसरा स्वास्थ्य जागरूकता, चौथा ग्रामीणों का कौशल विकास व पांचवां अहितकारों के प्रति जन जागरूकता है। ये सारे कार्यक्रम विद्यालय स्तर पर आचार्य, ग्रामस्तर पर ग्राम समिति, प्रखंड स्तर पर प्रखंड समिति, जिला स्तर पर जिला समिति के माध्यम से किए जाते हैं।
– उर्मिला सराफ, साउथ जोन प्रभारी, एकल अभियान।