कॉलेज को रविवार को मिली एक गुमनाम शिकायत के आधार पर जांच समिति का गठन किया गया था। पत्र में कहा गया है कि पुरुषों के छात्रावास परिसर में नए लोगों को पीटा गया, कपड़े उतारे गए और शारीरिक रूप से प्रताडि़त किया गया। यह पत्र सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया गया था। कॉलेज ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो आगे की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “संस्था की रैगिंग के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। विस्तृत जांच जारी है।”
सोशल मीडिया में पोस्ट किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे पुरुष छात्रों को उनके अंडरवियर में छात्रावास परिसर में दौड़ाया गया और उन पर पानी की बौछार की गई।
9 अक्टूबर की घटना
छात्रों ने बताया कि रैगिंग नौ अक्टूबर को हुई थी। उन्होंने छात्रावास वार्डन सहित और छात्रों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। तमिलनाडु डॉ. एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में एंटी-रैगिंग सेल को भी शिकायत मिली थी। उन्होंने कहा, “प्रकोष्ठ से एक संचार के जवाब में, सीएमसी ने जवाब दिया है कि वे मामले की तहकीकात कर रहे हैं। हम कॉलेज से विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।”