इतना ही नहीं पुलिस भी खड़ी खड़ी सिर्फ मूकदर्शक बनी रही। उपस्थित लोगों ने जब पुलिस को उसे बचाने को कहा तो पुलिस का केवल एक ही जवाब था-एम्बुलेंस को सूचना दी गयी है आती ही होगी। यहां तक पुलिस ने उसे ट्रेेक से ऊपर उठाने की भी कोशिश नहीं की। बाद में वहां खड़े यात्रियों ने उसे उठाया और प्लेटफार्म पर सुलाया। जब एम्बुलेंस आई तब तक उसकी जान जा चुकी थी। चिकित्सकों ने जांच कर उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुताबिक मृतक शेख बाशा साहेब (63) ओंगोल जिले केओलेटी पालम गांव का रहने वाला था। यदि पुलिस उसे समय पर उठाकर पास के निजी अस्पताल में भर्ती करवा देती तो उसकी जान बच जाती। उसके परिजनों को सूचित कर दिया गया है।