ये होंगे फायदे
1.सिम्युलेटर आधारित करिकुलम तैयार कर सडक़ सुरक्षा नियमों के बारे में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण देना, चेन्नई और आसपास के स्कूल और कॉलेज बसों और वैन चालकों को सही तौर-तरीकों और व्यवहार का प्रशिक्षण देना ताकि वे उनके साथ सफर करने वाले अपरिपक्व उम्र के बच्चों में सडक़ सुरक्षा के नियमों का पालन करने की आदत डालें।
2.सीओईआरएस इकोसिस्टम में सडक़ सुरक्षा के नए विचारों को बढ़ावा देते हुए उन्हें प्रोडक्ट का रूप देना। इसके लिए हैकथॉन आयोजित कर संभावनाओं से भरपूर नए विचारों की पहचान करना और उन्हें विकसित कर प्रोटोटाइप स्टेज पर ले जाना।