परुदि वीरन और धीरन अधिकारम ओंड्र के बाद यह फिल्म कार्ति के लिए धांसू साबित हुई है। सधी हुई फोकस कहानी की गंभीरता दर्शकों को पसंद आई है। बिगिल फिल्म से निराश दर्शक स्वत: ही कैदी को देखने उमड़ रहे हैं।
कट्टर रोल में कार्ति शुरुआत से अंत तक विलेन से संघर्ष करने वाले कैदी की भूमिका में है। शुरुआत से अंत तक एक्शन से भरपूर यह फिल्म बहुत रोमांच देती है। कार्ति जो हमेशा गंभीर भूमिकाएं निभाने में हस्ताक्षर कर चुके हैं कैदी के किरदार में सटीक बैठते हैं और इस रोल के साथ पूरा न्याय करते हैं।
पूरी फिल्म में एक ही कपड़े में नजर आने वाले कार्ति की तारीफ करनी होगी जिन्होंने इस कहानी को चुना।
निर्देशक लोकेश कनकराज ने ज्यादा कुछ एक्सपेरिमेंट करने के बजाय कहानी पर फोकस किया। शेष काम कार्ति, अभिनेता नरेन और जॉर्ज मरीन के प्रमुख किरदार पूरा कर देते हैं।
फिल्म के जानदार एक्शन सीन दर्शकों को नया अनुभव देते हैं।
फिल्म की शूटिंग चेन्नई और तिरुनेलवेली में हुई थी। दीपावली पर रिलीज यह फिल्म पूरी तरह पैसा वसूल है। साथ ही इससे कार्ति के फिल्मी कॅरियर में एक और सुपरहिट फिल्म जुड़ गई है।