अमरिंदर सिंह ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में सामने आई तस्वीरों में एक गैंगस्टर चोटी के अकाली नेताओं समेत सुखबीर बादल, बिक्रम मजीठिया और हरसिमरत बादल के साथ नजर आता है।
उल्लेखनीय है कि गुरदासपुर जिले के पूर्व अकाली सरपंच दलबीर ढिलवां की हत्या के बाद अकाली दल नेता विक्रम मजीठिया ने जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा पर हत्या की साजिश में शामिल होने और एक गैंगस्टर के साथ उनके सम्बन्ध होने के आरोप लगाए थे। मजीठिया ने कहा था कि पंजाब में इन दिनों पुलिस, गैंगस्टर और मंत्रियों का गठजोड है। इसके जवाब में रंधावा ने भी कुछ फोटों जारी किए थे जिनमें गैंगस्टर के साथ अकाली दल नेता नजर आ रहे है। सुखजिन्दर सिंह रंधावा के खिलाफ मजीठिया द्धारा लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा मेरे किसी सहयोगी का अपराधियों से कोई सम्बन्ध नहीं हो सकता है।
उधर, रंधावा ने भी मजीठिया द्धारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए इन्हे झूठा और बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि वे किसी भी निष्पक्ष जांच एजेंसी या मौजूदा जज से जांच करवाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अकाली नेता ही गैंगस्टरों की सरपरस्ती करते हैं। उन्होंने राज्य में जेल प्रबंधन को बर्बाद कर दिया।
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रंधावा ने कहा है कि सुखबीर बादल को बिक्रम सिंह मजीठिया के ड्रग तस्करों और गैंगस्टरों के साथ संबंध की जांच की मांग करनी चाहिए। रंधावा ने मजीठिया को गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों का सौदागर कहा। रंधावा ने कहा कि जेल में बंद जग्गू भगवानपुरिया वास्तव में अकाली -भाजपा के राज में सक्रिय था और इस गैंगस्टर के खिलाफ दर्ज 44 मामलों में से 29 मामले अकेले मजीठिया के हलके से सम्बन्धित हैं।