सिर्फ 1 महीने में सीखें इंग्लिश बोलना, न कोई कोचिंग, न कोई फीस…इन आसान टिप्स को फॉलो कर बनें एक्सपर्ट
सिनेमैटोग्राफी (Career Courses)
सिनेमैटोग्राफी के शॉर्ट टर्म कोर्स है, जिसकी अवधि 3 से लेकर 6 महीने तक की होती है। इसमें उम्मीदवार को कैमरा ऑपरेशन, लाइटिंग, फ्रेमिंग आदि की जानकारी दी जाती है।50 की उम्र में नौकरी छोड़ शुरू किया खुद का बिजनेस, बन गईं भारत की सबसे अमीर महिला CEO, जानिए ‘Nykaa की नायिका’ गाथा
फिल्म एडिटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन (Film Editing And Post Production Course)
युवा फिल्म एडिटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन में अपना करियर बना सकते हैं। इस कोर्स की अवधि 3-6 महीने की होती है। इस कोर्स में वीडियो एडिटिंग सॉफ्टवेयर, कलर करेक्शन, साउंड डिजाइन, VFX जैसी चीजें सिखाई जाती हैं।