Bajaj ने बेहद सस्ती कीमत पर लॉन्च की CT 110, जानें क्या है नया रोड एक्सीडेंट ( road accidents ) रोकने के लिए हो रहे इंतजाम- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बयान में कहा है कि 2016 में 133 और 2017 में 146 लोगों की मौत सीमेंट कंक्रीट राजमार्ग पर टायर फटने की वजह से हुई है। इसे देखते हुए हमने टायर निर्माताओं को टायर के रबर के साथ सिलिकॉन और हवा के बजाय नाइट्रोजन का इस्तेमाल को अनिवार्य करने पर विचार कर रहे है।
गडकरी ने कहा कि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों में टायर के निर्माण में रबर के साथ सिलिकॉन डाला जाता है। इससे अधिक गति पर टायर का तापमान बढ़ने से इसके फटने की शिकायतें कम हो सकती है। साथ ही टायरों में नाइट्रोजन भरवाने से टायर ठंडा रहता है। इन दोनों बातों को अनिवार्य बनाने पर विचार किया जा रहा है।
Mahindra TUV300 से लेकर Scorpio पर मिल रहा 83,000 रुपये का बंपर डिस्काउंट टायर में हवा का सही होना है बेहद जरूरी- टायरों में हवा का सही होना जरूरी होता है। कम या ज्यादा हवा गाड़ी के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। दरअसल हवा का दबाव ठीक न होने के कारण तेजी से घूमते टायर में बहुत ज्यादा तनाव उत्पन्न होता है। गलत दबाव के कारण पहिये चरमराने लगता है और बहुत देर तक ऐसा होने के बाद अचानक टायर फट जाता है। जिसकी वजह से खतरनाक रोड एक्सीडेंट तक हो जाते हैं।