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फर्स्ट सर्विस-नई-नई कार खरीदने के बाद पहली सर्विस होने तक उसका खास ख्याल रखने की जरुरत होती है। दरअसल होता ये है कि शुरुआती दिनों में इंजन नया होता है और ये भी बाकी पुर्जों से तारतम्य बैठा रहा होता है। इस हालात में कोई भी गड़बड़ होने पर सीधे कंपनी सर्विस स्टेशन से संपर्क करें। चीजोंं को टालना भारी पड़ सकता है। यानि फर्स्ट सर्विस होने तक कार को बेहद एहतियात से चलाएं और टाइम पर फर्स्ट सर्विस कराएं।
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टोइंग- कार नई हो तो भूलकर भी टोइंग न करें क्योंकि इंजन नया होता है एकदम से ज्यादा जोर पड़ने से कार का इंजन खराब भी हो सकता है।
एक्सीलरेशन- अचानक एक्सिलरेट करना कार के इंजन पर बुरा असर डाल सकता है। कार के एक्सीलरेशन के अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी भी हालात में आपकी कार का आरपीएम मीटर लाल निशान के पार न जाए। ऐसा होने से गाड़ी फ्यूल ज्यादा पियेगी और कार के इंजन की ट्यूनिंग भी इसका बुरा असर पड़ सकता है।
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लॉन्ग ड्राइव अवॉयड करें- फर्स्ट सर्विस होने तक कार से लॉन्ग ड्राइव अवॉयड करें क्योंकि इंजन अभी ठीक से अट्यून नहीं होता । इसलिए बेहतर है कि आप छोटी-छोटी दूरी पर कार चलाएं।
क्रूज कंट्रोल- नई कार में क्रूज कंट्रोल को भूल जाना ही बेहतर होता है। दरअसल क्रूज कंट्रोल में लंबे समय तक कार की स्पीड मैंटेन करनी पड़ती है, जो इसके नए इंजन के लिए ठीक नहीं होती है।ऑटोमैटिक कार की अपेक्षा मैनुअल कारों में इसका बुरा असर पड़ता है।
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तो अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार सालों-साल फर्राटा भरे तो नई कार को सावधानी से ऊपर बताई बातों को जेहन में रखकर कार चलाएं।