कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए स्थानीय लॉकडाउन के चलते ग्राहकों को ब्रांच में पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यही वजह है कि एसबीआई ( SBI ) ने KYC के लिए पोस्ट या ईमेल के जरिए डॉक्यूमेंट्स को स्वीकार करने का फैसला किया है।
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कोविड काल में लगातार मजबूत हो रहा है रियल एस्टेट: डॉ. केवी सतीश एसबीआई ने स्थानीय ऑफिस के प्रमुखों को ये सलाह दी है कि कोरोना वायरस के चलते जिन लोगों को ब्रांच आने में परेशनी हो रही है, उन्हें ऑनलाइन सुविधा दी जाए। यानी उनके KYC के लिए डॉक्यूमेंट्स को मेल पोस्ट के जरिए स्वीकार किया जाएगा।
ऐसे में जिन ग्राहकों का SBI के बैंक में KYC अपडेट नहीं होने की वजह से कोई काम अटका हुआ है, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। जरूरी है KYC अपडेट
आपको बता दें कि हायर रिस्क कस्टमर्स को दो वर्ष में कम से कम एक बार अपना KYC अपडेट करना होता है। वहीं मीडियम रिस्क कस्टमर्स को हर 8 साल में एक बार अपना KYC अपडेट करना होता है।
जबकि लो रिस्क ग्राहकों की बात करें तो इन्हें भी हर 10 वर्ष में एक बार अपना KYC अपडेट करना होता है।
SBI की इस पहल से उसके ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी, उम्मीद है कि एसबीआई के बाद अन्य बैंक भी ग्राहकों को ये सुविधा देंगे।
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महामारी में अमेजन की बढ़ी करीब तीन गुना आय, जानिए सेल में कितना हुआ इजाफा इस बात को लेकर भी किया अलर्टदरअसल कोरोना वायरस के चलते ऑनलाइन फ्रॉड भी काफी बढ़ रहा है। ऐसे में SBI ने अपने ग्राहकों को जागरुक बनाने के लिए महामारी के समय में डिजिटल बैंकिंग को लेकर एक कैम्पेन भी चला रखा है।
इसके तहत वो अपने ग्राहकों को किसी भी तरह के ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के बारे में लगातार चेतावनियां भी दे रहा है।