‘2024-25 में GDP ग्रोथ 7% पर रहने का अनुमान’
गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि Monetary Policy Committee (MPC) अकोमेडिटिव रुख वापस लेने के पक्ष में है। ग्लोबल इकोनॉमी में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। इसके साथ ही खाद्य कीमतों में अनिश्चितता का महंगाई दर पर भी असर दिख रहा है। एमपीसी का ये लक्ष्य है कि महंगाई दर को 4% के नीचे लाया जाए। साथ ही 2024 में महंगाई दर के और नीचे आने की उम्मीद है। गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में रियल GDP ग्रोथ 7% पर रहने का अनुमान है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने दिया ये फैसला
rbi ने इसके पहले फरवरी, 2023 में रेपो रेट में बदलाव किया था। मई, 2020 से पिछले साल फरवरी तक केंद्रीय रिजर्व बैंक ने लगातार नीतिगत ब्याज दरों (रेपो रेट) में बदलाव किया था। इसके बाद से इस पर यथास्थिति का रुख बनाए रखने का फैसला लिया गया है। आरबीआई की मौद्रिक नीति की यह घोषणा अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक (US fed) की ओर से अपने मौद्रिक नीति निर्णय की घोषणा के कुछ दिनों बाद हो रही है। इसमें उसने बेंचमार्क ब्याज दरों को 5.25 फीसदी पर यथावत रखा है। साथ ही सुझाव दिया है कि दरों को बदलने की कोई जल्दी नहीं है। बाजार को पहले से अनुमान था कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस साल मार्च से ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत कर सकता है।
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