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IPO अब फायदे का सौदा नहीं, Issue Price से नीचे ट्रेड कर रहीं कंपनियां, 4 महीनों में 10 से ज्यादा कंपनियों ने दिया निगेटिव रिटर्न

IPO: बीते चार महीनों में इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए बाजार में उतरीं 10 से अधिक कंपनियों ने निवेशकों को निराश किया है। इन कंपनियों के शेयर इश्यू प्राइस से 61% तक नीचे ट्रेड कर रहे हैं। आइए जानते है पूरी खबर।

मुंबईJan 21, 2025 / 10:16 am

Ratan Gaurav

IPO: बीते चार महीनों में इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के जरिए बाजार में उतरीं 10 से अधिक कंपनियों ने निवेशकों को निराश किया है। इन कंपनियों के शेयर इश्यू प्राइस से 61% तक नीचे ट्रेड कर रहे हैं। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब सेंसेक्स और निफ्टी ने सितंबर 2024 में रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद लगभग 10% की गिरावट दर्ज की है। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी क्रमशः 8-9% तक गिर चुके हैं। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की निकासी और अमेरिका में बढ़ती बॉन्ड यील्ड्स ने भारतीय शेयर बाजार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
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IPO में निवेश की असफलता का कारण

बाजार में अस्थिरता: सितंबर 2024 के बाद से बाजार में आई गिरावट ने IPO की संभावनाओं पर असर डाला है।
विदेशी निवेशकों की निकासी: अक्टूबर 2024 से विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से भारी मात्रा में पूंजी निकाली है।
अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स का प्रभाव: अमेरिका में बॉन्ड यील्ड्स में वृद्धि के चलते निवेशकों ने भारतीय बाजारों से पैसा निकालना शुरू कर दिया।

आंकड़ों पर नजर डालें तो

हाल ही में लिस्ट हुईं कंपनियों में से अधिकांश अपने इश्यू प्राइस से नीचे ट्रेड कर रही हैं। इसका सीधा मतलब है कि IPO निवेशकों को उम्मीद के मुताबिक रिटर्न नहीं दे पा रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि IPO में निवेश करने से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति, बाजार की स्थिरता और निवेश का समय अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।

सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी

हालांकि, सोमवार को बाजार ने राहत की सांस ली।
बीएसई सेंसेक्स: 454.11 अंकों की बढ़त के साथ 77,073.44 पर बंद हुआ।
एनएसई निफ्टी 50: 141.55 अंकों (0.61%) की तेजी के साथ 23,344.75 पर बंद हुआ।

इन शेयरों में दिखी मजबूती

कंपनी का नाम तेजी (%)

बजाज फाइनेंस 3.58%
एनटीपीसी 2.96%
भारतीय स्टेट बैंक 1.96%
पावरग्रिड 1.29%
टाटा स्टील 1.04%

इन कंपनियों ने बाजार को संभालने में अहम भूमिका निभाई।

विदेशी और घरेलू निवेशकों का रवैया

एनएसई के डेटा के अनुसार, विदेशी निवेशकों ने 17 जनवरी को 3,318.06 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों ने 2,572.88 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। इससे साफ है कि घरेलू निवेशक बाजार में स्थिरता बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन विदेशी निवेशकों की निकासी के कारण दबाव बना हुआ है।

IPO में निवेश करना अब पहले जितना लाभकारी नहीं

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि IPO में निवेश करना अब पहले जितना लाभकारी नहीं रह गया है। IPO को एकमात्र मुनाफे का जरिया समझने वाले निवेशकों को अब सतर्क रहना चाहिए। कंपनी की मजबूती, मार्केट ट्रेंड और वित्तीय स्थिति का अध्ययन किए बिना निवेश करना घाटे का सौदा हो सकता है।
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निवेशकों के लिए सुझाव

  • IPO में निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति और कंपनी की परफॉर्मेंस का विश्लेषण करें।
  • लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर विचार करें।
  • अस्थिरता के दौरान निवेश से बचें और बाजार को स्थिर होने का समय दें।
  • विशेषज्ञों की सलाह लें और निवेश से जुड़े जोखिम को समझें।
Disclaimer: यह समाचार केवल जानकारी के उद्देश्य से है। कृपया निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।

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