बैंक कुछ समय बाद ही देंगे फायदा
विशेषज्ञों का कहना है कि रेपो दर में कटौती भले ही जून या जुलाई में हो, लेकिन बैंक इसका फायदा दो तीन महीने बाद ही देंगे। कुछ बैंक जरूर तुरंत इसका लाभ देंगे पर ज्यादातर समय लगा देते हैं। कुछ बैंक रेपो दर में कटौती का कुछ हिस्से का ही ग्राहकों को फायदा देते हैं। कई बैंक नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धी दरों की पेशकश कर सकते हैं।
क्या करें ग्राहक
ब्याज दरों में गिरावट का लाभ पाने के लिए बेहतर होगा कि ग्राहक एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट (ईबीएलआर) में कर्ज को बदल लें। जिन कर्जदारों ने ईबीएलआर के तहत होम लोन है लिया है उन्हें दर में कमी का सबसे तेज लाभ मिलेगा। ईबीएलआर सीधे रेपो रेट से जुड़ा रहता है इसलिए तुरंत इसका फायदा मिलता है। कुछ बैंकों की ईबीएलआर में होम लोन दरें अभी 9% से भी कम है जबकि बेस रेट 10.25% है।
”अगर महंगाई कम रहती है और तरलता में सुधार होता है तो दरों में इस साल कटौती होगी। इसकी शुरुआत 0.25% से हो सकती है। रेपो दर केवल एक कटौती तक ही सीमित नहीं रहेगी। कई बार में 0.5% से 1.25% तक कटौती की उम्मीद है।”- अश्विनी कुमार तिवारी, एमडी, एसबीआई
– कुल कर्ज में 47% से अधिक हाउसिंग लोन
45,51,584 करोड़ रुपए के लोन बांटे बैंकों ने वर्ष 2023 में 30 नवंबर तक, वर्ष 2022 के मुकाबले 18% अधिक लोन दिए
कर्ज में किसकी कितनी हिस्सेदारी
लोन राशि हिस्सेदारी
होम लोन 21,44,376 47.1%
पर्सनल लोन 12,59,170 26.7%
ऑटो लोन 5,53,154 12.2%
क्रेडिट कार्ड बकाया 2,40,656 5.3%
एफडी पर लोन 1,13,973 2.8%
एजुकेशन लोन 1,10,715 2.6%
गोल्ड लोन 1,00,004 2.4%
अन्य लोन 30,077 0.9%
(30 नवंबर, 2023 तक के आंकड़े, राशि करोड़ रुपए में)
स्रोत: आरबीआई
ऐसे बढ़ा होम-पर्सनल और ऑटो लोन
2021 2022 2023
होम लोन 16.05 18.73 21.44
पसर्नल 8.24 10.30 12.59
ऑटो लोन 3.78 4.61 5.53
(राशि लाख करोड़ रुपए में)