अब सैम बैंकमेन को मंगलवार को अमेरिका के हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी के सामने ऑनलाइन गवाही के लिए लाया जाएगा। बहामास की सरकार ने एक बयान जारी करते संभावना जताई है कि अमेरिका जल्द ही सैम के प्रत्यर्पण का अनुरोध भी करेगा, जिसे संबंधित देश के प्रत्यर्पण अधिनियम के अनुसार स्वीकार भी किया जा सकता है।
बीते महीने ही कंपनी FTX के धराशायी होने के बाद दोनों देशों द्वारा बैंकमैन-फ्राइड की आपराधिक जांच की जा रही थी। गौरतलब हो कि फर्म ने 11 नवंबर को खुद को दिवालिया घोषित किया था। सैम बैंकमैन-फ्राइड की गिरफ्तारी उस वक्त हुई है जब ठीक एक दिन बाद कंपनी के वर्तमान सीईओ जॉन रे III को हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी के सामने गवाही देनी है।
बता दें, पिछले महीने सैम बैंकमेन-फ्राइड एक ट्वीट के चलते रातोंरात कंगाल हो गए थे। उनकी व्यक्तिगत संपत्ति एक ही दिन में लगभग 94 प्रतिशत गिरकर 991.4 मिलियन डॉलर हो गई थी। बताया जा रहा है कि FTX ने नवंबर में ही खुद को दिवालिया घोषित करने कि लिए एप्लिकेशन दी थी। इस एक्सचेंज के दिवालिया होने के बाद निवशकों के अरबों रुपए डूब गए। उन पर आपराधिक षडयंत्र रचने के आरोप लगाए गए हैं।
सैम बैंकमेन की एफटीएक्स कंपनी कभी क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में दूसरे नंबर की कंपनी थी। उनकी कंपनी हर दिन 10 बिलियन क्रिप्टो कॉइंस का व्यापार करती थी। वित्तीय अनियमितताओं के चलते यह कंपनी पहले मुश्किलों में फंसी और फिर दिवालिया हो गई। वहीं, सैम ने हाल ही में अपने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंनं जानबूझकर ग्राहकों के धन का दुरुपयोग नहीं किया।