scriptरामगढ़ विषधारी में महाराष्ट्र से आएंगी तीन बाघिन | Patrika News
बूंदी

रामगढ़ विषधारी में महाराष्ट्र से आएंगी तीन बाघिन

बूंदी. वर्ष 2025 रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के लिए खुशियों भरा साबित होने वाला है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के लिए महाराष्ट्र से तीन बाघिन लाए जाने की स्वीकृति मिल गई है। वहीं इसके लिए अधिकारिक रूप से बूंदी उप वन संरक्षक को भी पत्र भेजा जा चुका है।

बूंदीDec 21, 2024 / 12:14 pm

Narendra Agarwal

रामगढ़ विषधारी में महाराष्ट्र से आएंगी तीन बाघिन

रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र

बूंदी. वर्ष 2025 रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के लिए खुशियों भरा साबित होने वाला है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के लिए महाराष्ट्र से तीन बाघिन लाए जाने की स्वीकृति मिल गई है। वहीं इसके लिए अधिकारिक रूप से बूंदी उप वन संरक्षक को भी पत्र भेजा जा चुका है।
उप वन संरक्षक संजीव शर्मा ने बताया कि महाराष्ट्र के ताडोबा टाइगर रिजर्व से एक और पेंच टाइगर रिजर्व से 2 बाघिन के लिए मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक महाराष्ट्र से पत्र मिला है। अब वहां के अधिकारियों के सम्पर्क कर बाघिन शीघ्र लाए जाने की कवायद शुरू की जाएगी। उप वन संरक्षक शर्मा ने बताया कि दोनों ही टाइगर रिजर्व की दूरी अधिक होने के कारण बाघिनों को ट्रेंकुलाइज होने के बाद हेलिकॉप्टर के माध्यम से ही लाया जा सकता है। इसके लिए पूर्व में आर्मी के अधिकारियों से बात चल रही है, ताकि बाघिन को शिफ्ट करने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। वहीं तीनों बाघिन के आने के बाद रामगढ़ विषधारी अभयारण्य में बाघ-बाघिन का कुनबा दस हो जाएगा। ऐसे में क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकेगा।
शिकार कर रहा अभेड़ा से आया बाघ
रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व में 4 दिसम्बर को कोटा के अभेड़ा बॉयलोजिकल पार्क से लाए गए बाघ ने शिकार करना शुरू कर दिया है। रणथंभौर टाइगर रिजर्व में मां की मौत के बाद बेसहारा हुए ढाई माह के दो शावकों को कोटा के अभेड़ा बॉयोलोजिकल पार्क में डेढ़ साल तक पाला गया और करीब 22 माह के युवा होते एक नर शावक को रामगढ़ के शॉफ्ट एनक्लोजर में लाया गया था। वहीं मादा शावक को मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया था। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के उप वन संरक्षक संजीव शर्मा ने बताया कि करीब डेढ़ सौ किलो के नर शावक के विशेष क्लोजर बनाया गया है। क्लोजर में छोड़े जाने से पहले उसे रेडियो कॉलर भी पहनाई गई। अब तक अभेड़ा बॉयोलोजिकल पार्क में रहने के कारण उसे जंगल के अनुरूप ढालने के लिए इंतजाम किए गए है। उक्त बाघ अब तक दो शिकार कर चुका है तथा धीरे धीरे जंगल के माहौल के अनुरूप ढल रहा है।

Hindi News / Bundi / रामगढ़ विषधारी में महाराष्ट्र से आएंगी तीन बाघिन

ट्रेंडिंग वीडियो