मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा के निर्देशन एवं वृत्ताधिकारी राजूलाल के सुरपरविजन में टीम गठित की गई। नैनवां थानाधिकारी कमलेश कुमार शर्मा ने अपने जाप्ते के साथ दबलाना, ङ्क्षहडोली, बसोली व बूंदी से गुजरने वाले सडक़ मार्गों पर स्थित होटल, ढाबों व दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटैज चैक किए। इसमें तकनीकी सहायता के आधार पर पुलिस को पता चला कि एक संदिग्ध कार दुगारी से बूंदी के सदर थाना क्षेत्र में हाइवे के पास होने की सूचना पर टीम ने जाल बिछाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि परिवादी ओमप्रकाश का कुछ समय पूर्व आरोपी सुरेश कुमार से दुकान के सामान को लेकर कहासुनी हो गई थी। परिवादी की दुगारी में परचूनी की दुकान है और उसने देख लेने की धमकी दी थी। आरोपी सुरेश जानता था कि परिवादी ओमप्रकाश हर वर्ष नए साल पर जैन मंदिर के दर्शन करने जाता है और उस दिन वो जहाजपुर चला गया और रात को वापस घर नहीं आता है। आरोपी ने परिवादी के घर से चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई। उसमें अपने भतीजे आरोपी राजेश उर्फ राजू वर्मा एक तारीख को बदमाशों को रिपेयङ्क्षरग की दुकान पर बुलाया और पहले दिन भर घर के बाहर की रैकी करवाई और रात को वारदात को अंजाम दे दिया।