देव जी का थाना में गत वर्ष करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन बनकर तैयार हुआ था ।जिसमें चिकित्सालय शिफ्ट कर दिया, लेकिन यहां पर चिकित्सक की कमी के चलते हैं रोगी परेशान हो रहे हैं। यहां पर प्रथम श्रेणी कंपाउंड का भी अन्यत्र प्रतिनियुक्ति पर होने के कारण 2 सेकंड ग्रेड के कंपाउंडर के भरोसे चिकित्सालय संचालित हो रहा है। कंपाउडर का कहना है कि यहां का आउटडोर 70 से 80 रोगियों का प्रतिदिन का है। साधारण रोगियों को दवा वगैरा दे देते हैं, बाकी को बूंदी या हिण्डोली के लिए रेफर कर देते हैं।
राज्य सरकार द्वारा चिकित्सालय में निशुल्क दवा वितरण व्यवस्था के तहत देव जी का थाना चिकित्सालय में आने वाली दवाइयां चिकित्सक के अभाव में एक्सपायर हो रही है। चिकित्सालय सूत्रों ने बताया कि जो दवा एक चिकित्सक लिखता है। वह दवा कंपाउंडर या अन्य नहीं लिख पाते हैं। ऐसे में यहां पर पड़ी दवाए खराब हो रही है,जिससे सरकार को काफी नुकसान होता है।
डॉक्टर राकेश मंडोवरा, ब्लॉक सीएमएचओ हिण्डोली।
दिनेश शर्मा, समाजसेवी, देवजी का थाना।
गिर्राज मीणा, कंपाउंडर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवजी का थाना।