योजना के तहत पिछले साल अक्टूबर से काम शुरू हो गया है। आगामी जून तक सभी गांवों में गरड़दा से पेयजल आपूर्ति करने का लक्ष्य है। इसके तहत पाइप लाइन डालने व टंकियां बनाने का काम चल रहा है। जल्दी ही बांध में पुल बनाकर पानी के लिए इंटेक वेल बनाया जाएगा।
इस बहुप्रतीक्षित पेयजल योजना से गुढ़ानाथावतान व नमाणा क्षेत्र के 220 गांव ढाणियों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। गौरतलब है कि इन गांवों में लंबे समय से ग्रामीण हैंडपंपों के फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है। महिलाओं को दूर से सिर पर पानी लाना पड़ता है। अब घर-घर नल कनेक्शन दिया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में खुशी छाई हुई है।
इन गांवों को मिलेगा लाभ
परियोजना के तहत बूंदी के करीब डेढ़ दर्जन पंचायतों व तालेड़ा के कुछ गांवों को भी पेयजल उपलब्ध होगा। लाभान्वित होने वाले गांवों में राजस्व गांवों के साथ छोटे मजरे भी शामिल है। इसके तहत नमाणा, गरड़दा, सिलोर, सुंदरपुरा, लोईचा, धनातरी, नीम का खेड़ा, उलेड़ा, गुढ़ानाथावतान, रामनगर, मंगाल, हट्टीपुरा, रामगंजबालाजी, लालपुरा माटूंदा आदि पंचायतों के 220 गांव ढाणियां लाभान्वित होंगे। खेत-कुओं पर बसे परिवारों को मिलेगा पानी
परियोजना में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि कोई भी परिवार पेयजल संकट में नहीं रहे। इसके लिए सर्वे के अनुसार गांव-ढाणी से दूर खेतों में बसे परिवारों तक भी पाइप लाइन डाली जा रही है। सभी घरों में नल कनेक्शन भी दिए जाएंगे।
आधा दर्जन स्थानों पर बनेंगे पंप हाउस
गरड़दा बांध के पास होलासपुरा में फिल्टर प्लांट बनेगा। इसके अलावा होलासपुरा, गरनारा, नीम का खेड़ा, नमाना, रामगंजबालाजी व गरड़दा में पंप हाउस बनाए जाएंगे। नीम का खेड़ा व नमाना में पंप हाउस बनाने का काम शुरू हो गया है। 22 गांवों में पानी स्टोरेज करने के लिए नई टंकियां भी बनाई जा रही है। जिन बड़े गांव कस्बों में पहले से टंकियां बनी हुई है। वहां सीधे गरड़दा पेयजल परियोजना से पानी भरा जाएगा। गरड़दा पेयजल परियोजना का काम शुरू हो गया है और समय पर गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा कराने के लिए विभाग पूरी निगरानी के साथ लगा हुआ है। मनीष भट्ट, अधिशासी अभियंता, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना खण्ड बूंदी