रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के इस इलाके में लंबे समय से एक मादा पैंथर दो शावकों के साथ देखी जा रही थी। ग्रामीणों व चरवाहों ने इस मादा पैंथर को कई बार शावकों के साथ देखा भी है। लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को भी दी थी। क्षेत्र में युवा होते एक पैंथर की मौत से टाइगर रिजर्व ने एक महत्वपूर्ण वन्यजीव खो दिया है।
रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व के साथ-साथ चलने वाला टोंक जिले के उनियारा से भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया को जोड़ने वाला हाइवे संया 29 बाघ बघेरों सहित अन्य वन्यजीवों के लिए खतरा बन गया है। इस व्यस्ततम मार्ग पर पिपल्या से बिजोलिया तक का करीब 100 किलोमीटर का क्षेत्र वन्यजीवों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में टाइगर रिजर्व का अधिकतर भाग आता है। इस मार्ग पर वन्यजीवों के लिए सुरक्षित मार्ग नहीं होने से आए दिन दुर्घटनाओं में वन्यजीवों की मौत हो रही है। गुढ़ा नीम का खेड़ा क्षेत्र में ही विगत तीन महीने में आधा दर्जन सियारों की मौत इस सड़क पर हो चुकी है।