हेड कांस्टेबल फूलचंद ने बताया कि रेखा मीणा (24) की डिलीवरी शुक्रवार देर शाम पीहर उमर गांव में हुई थी। उसके बच्चा होने पर उसे लेने के लिए ससुराल पक्ष से पति हंसराज मीणा, चांची सास नंदू देवी (58) पत्नी सुवा लाल मीणा आए हुए थे। यहां से रात को एक वेन में सवार होकर अपने गांव चांदादंड तहसील जहाजपुर जिला भीलवाड़ा जा रहे थे। वे ईटूंदा मोड़ पर कट नहीं होने से देवा खेड़ा की ओर से घुमकर जा रहे थे। तभी एनएच 52 पर कोटा से जयपुर की ओर तेज गति से जा रही एक कार ने वेन के टक्कर मार दी, जिससे वेन के परखच्चे उड़ गए एवं उसमें सवार रेखा,एक दिन का नवजात शिशु, चाची सास नंदू देवी एवं वेन चालक पिंटू मीना (28) पुत्र जगदीश बोया निवासी उमर की मौत हो गई । हंसराज की स्थिति गंभीर होने से उससे कोटा रेफर कर दिया। उसका एक निजी चिकित्सालय में उपचार जारी है। घटना की जानकारी मिलने पर ग्राम उमर से काफी संख्या में लोग हिण्डोली व देवली चिकित्सालय पहुंचे। जहां पर पुलिस की मौजूदगी में चारों शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया।