टीम फ्रंट लाइन पर पहले पहुंचकर मनचलों और छेड़छाड़ करने वाले युवाओं को पकड़ कर उसे थाना पुलिस को सुपुर्द करेगी। कालिका पेट्रोलिंग टीम को स्पेशल हिदायत मिली है कि वह अपना चेहरा स्कार्फ से नहीं ढक सकेंगी। साथ ही टीम के पास वायरलेस किट होगा। वायरलेस पर सूचना मिलते ही टीम संबंधित स्थान पर पहुंचेगी। साथ ही मोबाइल पर महिला हेल्पलाइन नंबर से आने वाली कॉल भी उन तक पहुंचेगी।
पुलिस के अनुसार प्रत्येक यूनिट में दो-दो महिला सिपाही शामिल हैं,जो दो पारियों में काम करेंगी। टीम की मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम करेगा। वहीं नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक होगी। टीम में उन महिला सिपाहियों को लिया गया है,जो स्कूटी चलाने में दक्ष हो,जिनके पास ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस है। साथ ही जो महिलाएं सेल्फ डिफेंस में एक्सपर्ट और शारीरिक ²ष्टि से भी मजबूत हैं।
कालिका पेट्रोलिंग यूनिट टीम महिला सुरक्षा के लिहाजा से बनाई गई है। टीमें सार्वजनिक स्थान, कालेज, धार्मिक स्थल,भीड़-भाड़ वाले इलाके, बस स्टैंड, पर्यटन स्थल और संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहेंगी। इन स्थानों पर बच्चों को महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़, छींटाकशी व चेन स्नेङ्क्षचग जैसे अपराधों को रोकने का काम करेगी। यूनिफॉर्म ब्लू कलर की होगी,जिस पर कालिका का मोनोग्राम लगा होगा।
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर कालिका पेट्रोलिंग की 3 यूनिट बनाई गई है। 6 महिला पुलिसकर्मी दो पारी में ड्यूटी देगी। स्कूल, कॉलेज व सार्वजनिक स्थानों पर इनकी तैनातगी होगी।
उमा शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक,बूंदी