आवश्यक दवाएं भी नहीं
सूत्रों के अनुसार जिला अस्पताल के नि:शुल्क दवा वितरण केंद्रों पर आवश्यक दवाएं भी नहीं मिल रही। दवा वितरण केंद्र एक नम्बर पर देखा तो यहां पर एंटीबायोटिक, दर्द व बुखार, पेट दर्द, ब्लड प्रेशर, मानसिक रोग, खुजली, चक्कर, दर्द, बच्चों की पेट दर्द, पेट के कीड़े मारने की दवा, सिर दर्द, श्वास के लिए व एलर्जी की दवाएं ही खत्म मिली।
रोगियों की पीड़ा
शहर के अक्षय परिहार ने बताया कि आधे घंटे से दवा की लाइन में खड़ा था, लेकिन पर्चे में लिखी सिर्फ एक दवा मिली, शेष दो दवा बाजार से लेनी पड़ेगी। शुभम सोनी ने बताया कि एक दवा नहीं मिली। झरबालापुरा निवासी भंवर लाल ने बताया कि एक घंटे से लाइन में खड़ा था। नंबर आया तो दवाएं नहीं मिली।
दवा वितरण केंद्र की संख्या में हो वृद्धि
सूत्रों के अनुसार जिला अस्पताल में अभी संचालित नि:शुल्क दवा वितरण केंद्रों की संख्या कम है। अस्पताल में एक दवा वितरण केंद्र और खुलना चाहिए।आउटडोर में स्थित एक नम्बर दवा वितरण केंद्र पर सर्वाधिक रोगियों की भीड़ रहती है। यहां पर दवा लेने के लिए रोगी को कम से कम आधे से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। अस्पताल में पांच दवा वितरण केंद्र स्वीकृत बताए, जबकि वर्तमान में चार ही केंद्र चल रहे हैं।
आज ही बजट मिला है, दवाएं पर्चेज करेंगे। आवश्यक दवाओं की पूर्ति करेंगे। जगह नहीं है, स्टॉफ की समस्या रहती है। इस कारण नया दवा वितरण केंद्र खोलने में परेशानी है। फिर भी नए सिरे से इस मसले पर विचार करेंगे।
डॉ.के.सी. मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला अस्पताल, बूंदी