ज्ञापन में लिखा कि गांव में मवेशियों में महामारी फैल रही है। जिससे आए दिन मवेशी मर रहे है। मृत मवेशियों को उठवाकर तालाब में फेंक रहे है। मृत मवेशियों की बदबू से गांव वाले परेशान है, पशुपालन विभाग को भी सूचित किया जा चुका लेकिन पशुपालन विभाग की और से मवेशियों के उपचार की कोई व्यवस्था नही की जा रही। ग्रामीणों के अनुसार गांव के लड्डूलाल, रामसागर, मिट्ठू, मौजीराम, कमला, बाबूलाल, राजेन्द्र, परशुराम, सीताराम, दुर्गालाल, आत्माराम, सोनाथ, श्योजी, मुरली सहित अन्य लोगों की दो दर्जन भैंसे मर चुकी। ज्ञापन देने वालों में भाजपा ग्रामीण मण्डल उपाध्यक्ष राजाराम मीणा, रामपाल मीणा, सीताराम मीणा, रामस्वरूप सहित 30 से अधिक पशुपालक शामिल थे। उपखण्ड अधिकारी ने गांव में मवेशियों के उपचार की उचित व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया।
पशु चिकित्सा टीम पहुंची, उपचार में जुटी
बांसी के पशु चिकित्सक डॉ मदनमोहन मीणा ने बताया कि गांव में मवेशियों में बीमारी फैलने की आज ही जानकारी मिली है। सूचना मिलते ही गांव में मवेशियों के उपचार के लिए चिकित्सा टीम रवाना हो गई है। टीम में उनके साथ समीधी के पशु चिकित्सक डॉ नरेंद्रकुमार वर्मा, लेब टेक्नीशियन प्रवीण मीणा, पशुधन सहायक गिरीश शर्मा, पवन चौधरी व राजेन्द्र कुमार शामिल है। टीम द्वारा बीमार मवेशियों का उपचार कर रही है व बीमारी का पता लगाने के लिए सेम्पल लिए जा रहे है।