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शिवरात्रि पर पहली बार टूटी जलाभिषेक की परंपरा, प्रसिद्ध औघड़नाथ मंदिर के कपाट बंद, पुलिस फोर्स तैनात बता दें कि शिखर अग्रवाल 2018 में बुलंदशहर हिंसा में आरोपी है। 3 दिसंबर 2018 को स्याना थाना क्षेत्र के चिंगरावटी चौकी क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी। उस हिंसा में स्याना थाने के पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह शहीद हो गए थे। गोकशी की घटना के बाद चिंगरावटी पुलिस चौकी पर पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी। उस हिंसा में शिखर अग्रवाल भी आरोपी है। फिलहाल शिखर अग्रवाल जमानत पर है। बताया जा रहा है कि हाल ही में हुए एक कार्यक्रम के दौरान शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजना जागरुकता अभियान का जिला महामंत्री नियुक्त किया गया। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया भी मौजूद थे, जिन्होंने खुद आरोपी शिखर को नियुक्ति पत्र सौंपा। नियुक्ति पत्र सौंपने की यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
इस संबंध में हिंसा के आरोपी शिखर अग्रवाल का कहना है कि वे हिंदुओं की भावनाओं की कद्र करते हैं। इसलिए वह प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना को प्रचारित और प्रसारित करने के लिए प्रयासरत रहेंगे, उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है उसका वह पूरी तरह निर्वाह करेंगे। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद आरोपी शिखर को उनके पद से हटा दिया है। संगठन का कहना है कि उनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं, इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया ने सफाई देते हुए कहा कि इस संगठन से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है। वह तो कार्यक्रम में गए थे, जहां उन्होंने शिखर को संगठन का नियुक्ति पत्र सौंपा था।
वहीं इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर के जरिये भाजपा पर करारा हमला बोला है। उन्होंने शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि यूपी पुलिस में अपनी सेवाएं देते हुए शहीद हुए सुबोध सिंह की पत्नी का बयान सुनिये। खबरों के अनुसार उनकी हत्या के आरोपी को भाजपा ने अपना पदाधिकारी बना दिया। उनकी पत्नी का सवाल एकदम जायज है। इस तरह से अपराधियों का मनोबल और बढ़ेगा।