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दरअसल, लोनी से महोवा जाने के लिए निकले इन लोगों में 9 बच्चों सहित पच्चीस लोग हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल थी। ये सभी लोग मजदूरी का काम करते हैं। इन मजदूरों ने बताया कि इनके साथी पहले ही पैदल निकल कर अपने घर पहुंच चुके हैं। अब लॉकडाउन से लॉकडाउन की वजह से काम तो रहा नहीं, जिसके चलते खाने-पीने की बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
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ये मजदूर पैदल निकलते तो मालिक ने ट्रैक्टर दे दिया, जिस पर सवार होकर ये मजदूर महोबा के लिए निकले थे। बुलंदशहर के ये मजदूर शनिवार रात 11 बजे पहुंजे तो पुलिस ने इन्हें एक स्कूल में ठहरा दिया। मगर सुबह इन्हें वहां से जाने को कह दिया गया। बाद में एनएच 91 खुर्जा में पुलिस ने इन सभी मजदूरों को क्वारंटीन कर दिया।