कारागार मंत्री के बयान को सही ठहराया गुरुवार को बुलंदशहर (Bulandshahr) में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस पर स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। भाईचारा मंच ने इसका आयोजन किया है। समारोह में पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने भी शिकरत की। उन्होंने कहा की देश में रोजगार की समस्या है। प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री के बयान पर उन्होंने कहा कि कारागर मंत्री ने सही बयान दिया है। सरकार चाहती है कि देश के युवा अनपढ़ रहें, आगे ना पढ़ें ताकि प्रदेश सरकार अपनी मनमानी कर सके और प्रदेश सरकार के विरुद्ध किसी तरह की आवाज नहीं उठा पाएं। जब लोग पढ़ ही नहीं पाएंगे तो फिर सही और गलत का अंतर कैसे कर पाएंगे। आने वाला बजट देश की जनता पर बोझ डालेगा।
एनआरसी पर दिया यह बयान उन्होंने यह भी कहा कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी को धर्म के साथ जोड़ा गया है। भारतीय संविधान राष्ट्रीयता पर आधारित है, कभी धर्म से नहीं जोड़ा गया। यदि आप धर्म को राष्ट्रीयता से जोड़ेंगे तो देश की एकता को कमजोर करने का काम करोगे। एनआरसी में लंबी प्रश्नावली है, जिसमें आपको साबित करना होगा कि आपके पुरखे कहां पैदा हुए। जो नहीं दिखा सकेगा, वह नागरिकता से वंचित कर दिया जाएगा। ऐसे में करोड़ों लोग नागरिकता से वंचित रह जाएंगे।