देशभर में उसी प्रकार दीपक जलाए जाएंगे, जिस प्रकार भगवान राम के वनवास से लौटने पर अयोध्यावासियों ने दीप जलाए थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित तमाम सामाजिक संगठन दीपोत्सव को भव्य बनाने की योजना बना रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दीपोत्सव के लिए अनोखा प्रयोग किया जा रहा है। बुलंदशहर की जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. अंतुल तेवतिया ने कहा कि अयोध्या में निर्मित श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में जब रामलला सरकार विराजेंगे तो पूरा विश्व जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठेगा। 500 वर्ष के इंतजार के बाद आए इस गौरवपूर्ण पल को दीपोत्सव के माध्यम से आनंदमय बनाना है। इसी उद्देश्य के साथ जनपद बुलंदशहर के वंचित और जरूरतमंद परिवारों को 11-11 दीप, तेल और बाती भेजी जा रही है। पांच लाख से अधिक दीप जनपद भर में रामभक्त परिवारों तक भेजे जाएंगे, ताकि हर कोई उल्लास के साथ 22 जनवरी 2024 को रामलला के स्वागत में दीपोत्सव मनाए।
उन्होंने बताया कि 22 जनवरी 2024 को गरीबों के भी घरों को रोशन करने के लिए पांच लाख दीये तैयार किए गए हैं। उन्होंने एक दर्जन निर्धन दलित परिवारों को राम नाम के दीपक, तेल , बाती भेंटकर 5 लाख दीप वितरण कार्य का शुभारंभ किया और सभी से 22 जनवरी को अपने घरों और पास के मंदिरों में दीपक जलाकर रामोत्सव मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि माटी के 5 लाख दीपक बनवाए हैं, जिससे माटी शिल्पकारों को व्यापार भी मिला।