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इससे पहले बुलंदशहर के एक अस्पताल में 400 से लेकर 2000 रुपये में मनचाहा मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने का अवैध काम का भी खुलासा हुआ था। इतनी ही नहीं नियमों को ताक पर रख कर सर्टिफिकट बनाने का चल रहे इस गोरखधंधें में अगर आप वहां मौदूज नहीं तो भी आपका सर्टिफिकेट बन कर तैयार हो जाएगा। वहीं, मामले के खुलासे के बाद अस्पताल प्रशासन जांच की बात कह रहा है। दरअसल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में फर्जी मेडिकल पत्र बनाने का मामला सामने आया है। जहां अस्पताल के कर्मचारी चंद रुपये लेकर लोगों को धड़्ल्ले से मेडिकल प्रमाणपत्र बना कर बांट रहे हैं। मामला बुलंदशहर के मुनि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां कोई भी किसी के नाम से फर्जी प्रमाणपत्र बनवा रहा है। वहीं मामले के खुलासे के बाद अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है।
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मामले का खुलासा तब हुआ जब राजेंदर नाम के शख्स के भाई का काफी दिनों से मेडिकल प्रमाणपत्र का काम रुका हुआ था। राजेंदर के भाई के रिश्वत नहीं दे पाने की वजह से उसे रोज चक्कर काटने पड़ रहे थे। थक हार कर उसने सारी बात अपने भाई राजेंदर को बताई। जिसके बाद राजेंदर अस्पताल पहुंचा और 400 रुपये तुरंत देकर प्रमाणपत्र बनवा लिए। जबकि नियम के मुताबिक मेडिकल प्रमाणपत्र बानवाने के लिए खुद व्यक्ति का मौजूद रहना जरुरी रहता है। बिना मौजूदगी के मेडिकल प्रमाणपत्र बनाना गैरकानूनी है। हालिक उसने इन सब को वीडियो भी बनवा लिया। वहीं इस ममले में जब जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के एन तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया।