ये भी पढ़ें- मोदी कैबिनेट में अनुप्रिया, कौशल और बघेल समेत 7 दिग्गजों को मिली जगह, जातीय समीकरण पर अहम, फोकस यूपी चुनाव पर बीते वर्ष ही उनको भाजपा ने राज्यसभा भेजा। अब मोदी की टीम में शामिल होने के बाद कई सियासी मायने निकाले जा रहा है। जब आखिरी बार उन्हें राज्यसभा भेजा गया तो कयास लगाए गएकि रुहेलखंड के साथ आगरा मंडल में पार्टी ने लोधी वोट बैंक को सहेजने की प्रयास किया है। बीएल वर्मा यूपी पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के करीबी भी माने जाते हैं। कल्याण सिंह ने जब भाजपा का दामन छोड़ा और खुद की जन क्रांति पार्टी बनाई, तब बीएल वर्मा को ही पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। बाद में वर्मा, कल्याण सिंह के साथ ही भाजपा में वापस आ गए। बीएल वर्मा भाजपा रूहेलखंड के अध्यक्ष भी रहे हैं। 2016 में वह भाजपा ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष थे। बाद में पार्टी में उनका कद और बढ़ा। उन्हें भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया। 2017 में यूपी में भाजपा की सरकार बनने पर उन्हें राज्य मंत्री स्तर का यूपी सिडको का चेयरमैन पद सौंपा गया।